थाईलैंड में 'सुंदर' होने की कीमत
सोमवार, 29 अक्तूबर, 2012 को 07:23 IST तक के समाचार
थाईलैंड में सुंदर महिलाओं के लिए
काम की कोई कमी नहीं है. वो वॉशिंग पाउडर से लेकर लग्ज़री कार तक को पेश
करती हैं और ग्राहक इन उत्पादों की तरफ खिंचे चले आते हैं.
इस काम में पैसे भी काफी हैं लेकिन हमेशा सुंदर
दिखने की चुनौती भी है जो अकसर "प्रेटीज" यानी सुंदरियां कहलाने वाले वाली
इन महिलाओं के लिए बहुत महंगी पड़ती है.क्रेटाए ने अपने रंग रूप और चेहरे को संवारने के लिए पहले भी हजारों डॉलर खर्च किए थे. उन्होंने कई सर्जरियां कराईं. अपनी नाक को बदलवाया, अपने जबड़े को संकरा कराया और अपने स्तनों का आकार बढ़वाया.
दर्दभरी सुंदरता
"बहुत से लोग जिन्होंने डॉक्टरों के साथ काम किया है, वो कॉस्मेटिक सर्जरी करने लग जाते हैं जो गैर कानूनी है."
डॉ. जिंदा रोजानामाटिन, सरकारी डॉक्टर
वो कहती हैं, “क्रेटाए कहा करती थी कि अगर आपको सुंदर बनना है तो इसके लिए दर्द सहना होगा. वो बड़े कूल्हे चाहती थी ताकि वो उसके बड़े स्तनों के अनुरूप हो. वो कहती थी कि वो खुद को परिपूर्ण बनाएगी.”
कूल्हों का आकार बढ़ाने के दो तरीके हैं. ज्यादातर प्लास्टिक सर्जन सलाह देते हैं कि अपने पेट की चर्बी को कूल्हों में लगवा लिया जाए. चूंकि क्रेटाए बहुत दुबली थीं वो इस तरीके को नहीं अपना सकती थी.
उन्होंने दूसरा तरीका चुना जिसमें कृत्रिम पदार्थों यानी ‘फिलर्स’ को कूल्हों में भरा जाता है.
ये फिलर सस्ते नहीं होते हैं. सर्जरी के लिए सबसे सस्ती जगहों में से एक होने के बावजूद बैंकॉक में इनकी कीमत 80,000 बाहत यानी एक लाख चालीस हजार रुपये होती है. लेकिन क्रेटाए की दोस्त ने उनका परिचय एक व्यक्ति थानात नत्वीराकुल से कराया जो खुद को डॉ. पॉप कहते हैं.
महंगी पड़ी सस्ती सर्जरी
ये साफ नहीं है कि सर्जरी के दौरान कहां गड़बड़ी हुई लेकिन क्रेटाए को फिलर लगाने के बाद ही सांस लेने में दिक्कत होने लगी.
हो सकता है कि डॉ. पॉप ने चर्बी वाले ऊतक तलाशने की बजाय क्रेटाए की धमकियों में फिलर को लगा दिया. इसके बाद वो जेल रूपी पदार्थ उनके फेंफड़ों तक पहुंच गया और जमा लगा जिससे मस्तिष्क में ऑक्सीजन पहुंचनी बंद हो गई.
अफरातफरी में डॉ. पॉप ने क्रेटाए को अस्पताल पहुंचाया जहां वो कोमा में चली गईं और कभी नहीं उठीं. तीन हफ्ते बाद उनकी मौत हो गई.
कितनी अहम है सुंदरता
एलिसा फियाबून्नांतानपोंग भी सुंदरता से चलने वाले इसी पेशे में हैं. वो मानती हैं कि क्रेटाए की सिर्फ किस्मत खराब थी, वरना कितने लोग इस तरह की सस्ती सर्जरी कराते हैं."अगर एक सुंदरी कोई खास सर्जरी कराती हैं तो बाकी भी वैसा ही कराती हैं. अगर आप सर्जरी नहीं कराती हैं तो आप बाकियों से अलग दिखती हैं और आपको कोई काम नहीं मिलता."
पिम साइसानर्द, एक सुंदरी
सुंदरियों को काम ज्यादातर निजी सिफारिश पर मिलता है. ऐसे बाकी सुंदरियों के संपर्क में रहना बहुत अहम होता है.
पिम साइसानर्द कहती हैं, “अगर एक सुंदरी कोई खास सर्जरी कराती हैं तो बाकी भी वैसा ही कराती हैं. अगर आप सर्जरी नहीं कराती हैं तो आप बाकियों से अलग दिखती हैं और आपको कोई काम नहीं मिलता.”
ये बात सही है कि सारी गैर कानूनी सर्जरी नाकाम नहीं रहती हैं, लेकिन जब ऐसा कुछ होता है तो क्रेटाए जैसे दर्दनाक मामले सामने आते हैं.
भ्रष्टाचार
बैकॉक के एक निजी अस्पताल में काम करने वाले डॉ. थेप वेचाविसिट का कहना है कि उनके ऐसे बहुत से लोग आ रहे हैं जो सर्जरी के जरिए अपने रंग रूप और चेहरे को संवारना चाहते हैं.एक सरकारी अस्पताल में त्वचा विभाग के निदेशक डॉ. जिंदा रोजानामाटिन बताते हैं, “बहुत से लोग जिन्होंने डॉक्टरों के साथ काम किया है, वो कॉस्मेटिक सर्जरी करने लग जाते हैं जो गैर कानूनी है.”
डॉ. रोजानामाटिन कहते हैं कि जन स्वास्थ्य मंत्रालय इस समस्या से अवगत है लेकिन इससे निपटने के लिए उनके पास लोग ही नहीं हैं.
क्रेटाए की मौत की मीडिया में खूब चर्चा हुई जिसके बाद डॉ. पॉप को गिरफ्तार कर लिया गया. उन्हें 13 साल की कैद और 50 हजार बाहत तक का जुर्माना हो सकता है.
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