कुडनकुलम को मंजूरी, क्षेत्र को मिले 500 करोड़ रुपये
चेन्नई, 19 मार्च | तमिलनाडु मंत्रिमंडल ने सोमवार को कुडनकुलम परमाणु संयंत्र को मंजूरी दे दी और आसपास के क्षेत्र तथा ढांचागत संरचना के विकास के लिए 500 करोड़ रुपये का आवंटन किया। इसके साथ ही परियोजना का विरोध कर रहे 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने कहा कि दिन में मंत्रिमंडल में यह फैसला लिया गया कि "भूकम्प और सुनामी का खतरा नहीं है तथा संयंत्र में सुरक्षा की सर्वोत्तम व्यवस्था है।"उन्होंने एक बयान में कहा कि मंत्रिमंडल ने केंद्र और राज्य सरकारों की समितियों की रिपोर्टों तथा परियोजना के विरोधियों के ज्ञापन का अध्ययन किया।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की समिति ने स्थानीय लोगों की शंका का जवाब दिया है। संयंत्र के पानी से समुद्री पारिस्थितिकी और मछुआरों की आजीविका प्रभावित नहीं होगी।
जयललिता ने कहा कि सुरक्षा और लोगों की आजीविका को प्रभावित किए बिना विकास परियोजनाओं को लागू करने की सोच के साथ मंत्रिमंडल ने संयंत्र को शुरू करने के लिए कदम उठाने का भी फैसला किया।
उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल ने 500 करोड़ रुपये आवंटित करने का फैसला भी किया, जिसका उपयोग मछली मारने वाली नौका की मरम्मत करने वाली एक इकाई, मछलियों के भंडारण के लिए शीत भंडार, ग्रामीणों के लिए आवास और सड़क तथा अन्य संरचनाओं के निर्माण में किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि तिरुनेलवेली जिले के कुडनकुलम में 1000 मेगावाट के दो रिएक्टर बनाए जा रहे हैं।
कुडनकुलम, इदिंथाकराई तथा अन्य गांवों के लोगों को परमाणु दुर्घटना की स्थिति में जीवन पर खतरा सता रहा है। पीपुल्स मूवमेंट एगेंस्ट न्युक्लियर एनर्जी के नेतृत्व में उनके विरोध के कारण पहला संयंत्र दिसम्बर में शुरू नहीं हो पाया।
इस बीच पुलिस ने कुडनकुलम में परियोजना का विरोध कर रहे 10 लोगों को गिरफ्तार किया।
परमाणु ऊर्जा का विरोध कर रहे एक संगठन कोस्टल पीपुल्स फेडरेशन के समन्वयक और पीपुल्स मूवमेंट अगेंस्ट न्यूक्लियर एनर्जी के एक नेता पुष्परायन ने फोन पर आईएएनएस से कहा, "इनमें एडवोकेट एस. शिवसुब्रमण्यन भी शामिल हैं।"
पुलिस अधिकारियों ने गिरफ्तारी की खबर को खारिज करने या पुष्टि करने से इंकार किया है।
गिरफ्तारी की खबर से क्षेत्र में तनाव की स्थिति बन गई है। पुष्परायन ने कहा कि कुडनकुलम और आसपास के क्षेत्र में लगभग 3000 पुलिसकर्मी तैनात हैं।
पीपुल्स मूवमेंट अगेंस्ट न्यूक्लियर एनर्जी के दो नेताओं-एस.पी. उदयकुमार और एम. पुष्परायन-ने परमाणु संयंत्र को बंद कराने की मांग के साथ अनिश्चितकालीन अनशन शुरू कर दिया है।
इसी बीच न्यूक्लियर पावर कारपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के करीब 500 कर्मचारियों ने करीब छह महीने के अंतराल के बाद कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र में प्रवेश किया।
एक अधिकारी ने आईएएनएस को उत्साह के साथ कहा, "अब हम कार्यालय जा रहे हैं।" (आईएएनएस)
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