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एनडीए का कुनबा बढ़ाने का भाजपा ने तैयार किया खाका


हरीश लखेड़ा/नई दिल्ली

Story Update : Sunday, June 03, 2012    12:12 AM

NDA BJP has prepared blueprint to increase household
मुंबई में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में एनडीए के विस्तार की वकालत कर चुकी भाजपा की नजर इस गठबंधन के पुराने महारथियों पर टिकी है। एनडीए के विस्तार को लेकर जो खाका तैयार किया गया है, उसमें हरियाणा में ओमप्रकाश चौटाला की इंडियन नेशनल लोकदल से लेकर दक्षिण में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) तक शामिल हैं।

भाजपा का मानना है कि 2014 के चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरने से एनडीए का कुनबा खुद ही बढ़ जाएगा। इसलिए भाजपा ने एनडीए के विस्तार की योजना को दो चरणों के लिए रखा है। पहले चरण में वे दल हैं, जो लोकसभा चुनाव से पहले एनडीए में आ सकते हैं और दूसरे चरण के लिए वे हैं, जिनके साथ चुनाव बाद गठबंधन की संभावना है।

पहले चरण में इनेलो, असम गण परिषद, टीआरएस से लेकर तमिलनाडु में जयललिता की अन्ना द्रमुक शामिल हैं। झारखंड में साझा सरकार चला रहे झारखंड मुक्ति मोर्चा और आजसू को अब विधिवत एनडीए का हिस्सा बनाने की तैयारी है।

दूसरे चरण में नवीन पटनायक के बीजू जनता दल और चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी से खास उम्मीदें हैं। इनके अलावा ममता बनर्जी की टीएमसी और मायावती की बसपा से भी भाजपा को उम्मीद है। भाजपा का मानना है कि अजित सिंह से लेकर फारूक अब्दुल्ला जैसे नेता भी पहले की तरह साथ आ जाएंगे।

ऐसे में भाजपा अब पहले चरण के विस्तार के लिए सक्रिय होने लगी है। हरियाणा में कुलदीप विश्नोई की हरियाणा जनहित कांग्रेस के साथ वैसे तो भाजपा लोकसभा व विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन का ऐलान पहले ही कर चुकी है, लेकिन हिसार लोकसभा उप चुनाव के नतीजे के बाद से भाजपा इस गठबंधन पर पुनर्विचार कर रही है।

भाजपा के एक पदाधिकारी का कहना है कि पार्टी में सोच बढ़ रही है कि हरियाणा में विश्नोई की बजाए चौटाला के साथ गठबंधन लाभप्रद रहेगा। इसलिए माना जा रहा है कि हरियाणा में देर-सबेर भाजपा चौटाला के साथ जा सकती है। आंध्र प्रदेश में भाजपा को टीआरएस के साथ जाने की उम्मीद है।

असम में असम गण परिषद को साथ लाने का प्रयास होगा। एनडीए में अभी भाजपा, जदयू, शिवसेना, अकाली दल व रामदास अठावले की आरपीआई व हरियाणा जनहित कांग्रेस समेत मात्र छह दल हैं, जबकि अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में एनडीए में 24 दल शामिल थे।

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