24.7.12

भैया की कलाई सजाने को बहनें खरीद रहीं महंगी राखियां

Updated on: Tue, 24 Jul 2012 08:15 PM (IST)
मैनपुरी: भाई-बहन के प्यार के बंधन का पावन पर्व रक्षाबंधन का मात्र एक सप्ताह शेष है। तैयारियों की झलक अब बाजारों में दिखने लगी है। भइया की कलाई सजाने को आकर्षक राखियां खरीदने और पीहर जाकर त्योहार मनाने को नवविवाहिताएं अपनी तैयारियां में जुट गयी हैं।
इस समय बहनें अपने प्यारे भइया की कलाई पर प्यार भरे रक्षासूत्र के प्रतीक राखियां खरीदने में जुट गयी हैं। वे सुंदर और आकर्षक राखियां भइया के बांध कर अपने प्यार का प्रदर्शन करने में किसी से पीछे नहीं रहना चाहतीं। इसी के चलते बाजारों में बिकने वाली सीजन की प्रचलित राखियां खरीद रही हैं। इस बार बाजारों में नग जड़ी राखियां मुख्य आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं।
राखी विक्रेता राम गुप्ता ने बताया कि पूर्व में चलने वाली फूल-पत्तियों से बनायी जाने वाली राखियों पर पानी पड़ते ही उखड़ जाया करती थीं। जिससे इनका चलन बंद हो चुका है। इनके स्थान पर नग जड़ित राखियों की मांग बढ़ी है। महंगाई के चलते जो राखी पिछले वर्ष 5 से 10 रुपये की बिकी थी वह अब 20 से 25 रुपये में बिक रही है। बहनें महंगी राखी खरीदने में कोताही नहीं बरत रही हैं। वे नग जड़ित धागा वाली राखियां अधिक पसंद कर रही हैं। जिनमें कलकत्ता, बम्बई और राजस्थान में बनी राखियां उनकी प्राथमिकता हैं। नग वाली राखियां 20 रुपये से 100 रुपये तक की बिक रही हैं।
सर्राफ प्रभाष जैन का कहना है कि इस बार चांदी से बनी राखियों की बिक्री हर बार से अधिक हो रही है क्योंकि पिछले वर्ष से इस बार चांदी की राखी सस्ती है। जो राखी पहले 150 से 250 रुपये में बिकी थी वह अब 100 से 200 रुपये में मिल रही है। उस पर यह हर वर्ष प्रयोग की जा सकती है।
राखियां खरीदती युवती पूनम ने बताया कि एक वर्ष में एक बार भैया को कुछ देना पड़ता है इसलिए राखी खरीदने में वे कभी सस्ती, महंगी नहीं देखती केवल राखी पसंद आनी चाहिए। राखी खरीद रही नवविवाहिता अनामिका ने अपनी पसंद बताते हुए बताया कि नग की बनी हुयी राखी टिकाऊ होती है और कलाई पर भी अच्छी लगती है। पैसों में भी अधिक महंगी नहीं होती मगर बच्चे अभी भी खिलौनों वाली राखियां पसंद कर रहे हैं। उनके लिए कार्टूनों वाली राखी खरीद रहे हैं।
पीहर जाकर रक्षाबंधन मनाने को नवविवाहिताएं अपनी तैयारियों में जुट गयी हैं। जिसकी खरीदारी को वे बाजार में निकल पड़ी हैं। कपड़े की दुकान पर महिलाओं की भीड़ बढ़ने लगी है। बाजारों में साड़ी खरीद रही महिलाओं का कहना था कि इस बार नेट की साड़ियां आधुनिक डिजाइनों में मिल रही हैं। नैट पर तारकशी और स्टौन के काम की साड़ियां उनकी पहली पसंद हैं। ये साड़ियां 500 से 1000 रुपये में मिल जाती हैं और देखने में भी आकर्षक लगती हैं।
महिलाओं की प्रिय पसंद चूड़ियों का बाजार भी रक्षाबंधन के चलते गर्म है। हर तरफ युवतियां व नवविवाहिताएं अपनी पसंद की चूड़ियां खरीद रही हैं। इस बार चूड़ियों की अपेक्षा ब्रेसलेट और कड़ों का क्रेज बढ़ा है। जिसके चलते चूड़ी विक्रेता कलकत्ता निर्मित लाख के कड़े और राजस्थानी चूड़ियां अधिक बिक रही हैं। बाजारों में चूड़ियों की दुकानों पर महिलाओं की भीड़ उमड़ रही है।

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