31.7.12

तीन मीटर लंबा, आधा टन वज़न वाला परिंदा !

 बुधवार, 1 अगस्त, 2012 को 04:09 IST तक के समाचार
फाइल फोटो
माना जाता है कि लाखों वर्ष पहले बड़े भयानक सूखे की वजह से तमाम विशालकाय जीव मारे गए थे
ऑस्ट्रेलिया में वैज्ञानिकों ने एक विशाल पंजा और एक बड़े पक्षी के अवशेष खोज निकाले हैं. ये पंजा रेंगने वाले किसी प्राचीन जीव का हो सकता है.
ये अवशेष एलिस स्प्रिंग्स के नज़दीक़ मिले हैं जो ऑस्ट्रेलिया की वो जगह है जहां बड़े-बड़े जीवाश्म मिलते रहे हैं.
वर्ष 1985 से ही शोधकर्ता यहां उन विशालकाय स्तनधारी जीवों के अवशेष खोजने के लिए आते रहे हैं जो यहां लगभग अस्सी लाख वर्ष पहले रहते थे.
इस जगह का नाम एल्कोटा साइंटिफिक रिज़र्व है जो एलिस स्प्रिंग्स से 160 किलोमीटर दूर स्थित है. यहां सबसे पहले 1950 के दशक में एक प्राचीन मगरमच्छ के दांत मिले थे. तभी से यहां प्रागैतिहासिक काल के जीवों के अवशेष मिलते रहे हैं.

आधे टन का पक्षी

हाल ही में यहां एक विशाल पक्षी की पिंडली की हड्डी लाल बालू में दबी मिली है. जीवाश्म-विज्ञानियों का मानना है कि ये पक्षी इतना विशाल था कि उड़ नहीं सकता था.
उनका मानना है कि इसकी लंबाई तीन मीटर से ज़्यादा और वज़न आधा टन यानी 500 किलो रहा होगा.
सेंट्रल ऑस्ट्रेलिया म्यूजियम के डॉक्टर एडम यट्स कहते हैं कि यहां और भी कुछ मिला है जो कहीं ज़्यादा रहस्यमयी खोज है.
वे कहते हैं कि यहां एक विशाल पंजा मिला है जो जिसके नाख़ून बेहद पैने हैं, अभी ये पता नहीं चल पाया है कि ये विशाल पंजा आख़िर किस जीव का है.
हालांकि इससे मिलते-जुलते पंजे पहले भी मिले हैं जिनके बारे में माना जाता है कि ये विशाल स्तनधारी गोआना का पंजा होगा.
डॉक्टर एडम यट्स ये भी कहते हैं कि अभी तक कोई दूसरी हड्डी नहीं मिली है जिसका आकार गोआना से मेल खाता हो.
माना जाता है कि लाखों वर्ष पहले बड़े भयानक सूखे की वजह से ये तमाम विशालकाय जीव मारे गए थे.
ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिकों का कहना है कि धरती को बचाने के लिए इंसान के लिए ये एक चेतावनी की तरह है.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.