अंतरिक्ष के रहस्यों को फिर खंगालने जा रही है सुनीता!
Jul 14, 2012 at 11:02pm IST
नई दिल्ली। भारत की बेटी सुनीता
विलियम्स एक बार अंतरिक्ष के अनंत रहस्यों को खंगालने जा रही है। कुछ ही
घंटे बाद सुनीता की दूसरी अंतरिक्ष यात्रा रविवार सुबह साढ़े 6 बजे शुरू
होगी। तीन अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर नासा का स्पेश शटल कजाकिस्तान के
बाइकनूर स्पेस सेंटर से उड़ान भरेगा। ये टीम करीब 5 महीने तक स्पेस सेंटर
में रहेगी और कई रिसर्च को अंजाम देगी।
इससे
पहले 2006 में भी वो अंतरिक्ष की यात्रा कर चुकी हैं। सुनीता समेत कुल तीन
लोगों की टीम अंतरिक्ष यात्रा पर रवाना होगी। इनमें रूसी अंतरिक्ष यात्री
यूरी मालेनशेन्को और जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी के आकिहितो
होशिदे शामिल हैं। तीनों अंतरिक्ष यात्री रविवार को नासा के अंतरिक्ष यान
से उड़ान भरेंगे।
नासा
के मुताबिक सुनीता स्पेस स्टेशन एक्सपेडिशन 32 की फ्लाइट इंजीनियर हैं।
उनके अलावा इस यात्रा में रूस और जापान के दो अंतरिक्ष यात्री भी फ्लाइट
इंजीनियर हैं। अंतरिक्ष में पहुंचने के बाद सुनीता एक्सपेडिशन 33 की कमांडर
की कमान संभालेंगी। सभी अंतरिक्ष यात्री करीब 5 महीने बाद नवंबर में वापस
लौटेंगे। सुनीता और उनकी टीम का मिशन बेहद अहम है। उनकी पूरी टीम स्पेस
स्टेशन में कई तरह की रिसर्च को अंजाम देंगे। इसके अलावा पूरी टीम दो बार
स्पेस स्टेशन से बाहर निकलकर स्पेस वॉक करेगी और रिसर्च भी करेगी।
साल
2006 में वो अंतरिक्ष की यात्रा पर गई थीं और 6 महीने से ज्यादा समय स्पेस
स्टेशन में रही थी। उनके नाम अंतरिक्ष यात्रा के कई रिकॉर्ड दर्ज है।
सुनीता के नाम सबसे लंबे समय यानी 195 दिन तक अंतरिक्ष में रहने का रिकॉर्ड
है। बतौर महिला वो अब तक 4 बार स्पेस वॉक कर चुकी हैं। स्पेस वॉक के दौरान
29 घंटे 17 मिनट तक अंतरिक्ष में सैर का भी रिकॉर्ड है।
सुनीता
भारतीय मूल की दूसरी महिला वैज्ञानिक हैं जो अंतरिक्ष यात्रा कर चुकी है।
सुनीता के पहले कल्पना चावला भी नासा के अटलांटिस यान से अंतरिक्ष की सैर
पर गई थीं, लेकिन बदकिस्मती से लौटते वक्त अटलांटिस दुर्घटना ग्रस्त हो
गया। इस हादसे में कल्पना और उनकी पूरी टीम खत्म हो गई थी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.