16.7.12


अपना ही रचा इतिहास दोहराने सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष के सफर पर

 एजेंसी बैकानूर (कज�   |   Last Updated 00:14(16/07/12)
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भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स इतिहास रचने के लिए एक बार फिर अंतरिक्ष की यात्रा पर निकल पड़ी हैं। 46 वर्षीय सुनीता ने रविवार को अपने दो साथी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ रूसी सोयुज रॉकेट से अंतरिक्ष के लिए दूसरी यात्रा के लिए उड़ान भरी।

नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता, रूस के सोयुज कमांडर यूरी मैलेनचैंको और जापान की अंतरिक्ष एजेंसी के फ्लाइट इंजीनियर आकीहिको होशिडे सुबह 8.10 बजे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लिए उड़ान भरी जहां पर ये 4 महीने रहने वाले हैं। सोयुज एएमटी अंतरिक्ष स्टेशन से मंगलवार को 10.22 बजे जुड़ेगा।

अमेरिका के ओहियो में जन्मी और मैसाचुसेट्स में बड़ी हुई सुनीता इससे पहले वर्ष2006-07 में भी अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर 6 महीने काम कर चुकी हैं। इस यात्रा के साथ ही अंतरिक्ष में सबसे ज्यादा समय बिताने वाली महिला यात्री के रूप में वे अपना ही रिकॉर्ड तोड़ेंगी। अंतरिक्ष के लिए रवाना होने से पहले अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता ने बताया कि अंतरिक्ष कार्यक्रम में देशों के आपसी सहयोग की यह बड़ी मिसाल होगी।अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचने के बाद सुनीता अभियान 33 की अगुवाई करेंगी।

ये तीनों अंतरिक्ष यात्री वहां पहले से ही मौजूद रूस के गेनेडी पादालका एवं सरगेई रेविन और नासा के अंतरिक्ष यात्री जोए अकाबा के साथ सहयोग करेंगे जो 17 मईसे वहां मौजूद हैं। करीब 2 महीने साथ काम करने के बाद अकाबा, पादालका और रेविन 17 सितंबर को वापस धरती पर लौटेंगे और बाकी वहीं ठहरेंगे।लौटने से पहले पादालका अभियान की कमान सुनीता के हाथ में सौंपकर लौटेंगे। सुनीता और दो अन्य यात्री फिर नवंबर मध्य तक वापस लौटेंगे।

सुनीता का सफर
सुनीता विलियम्स के पिता मूल दीपक पंड्या रूप से गुजरात के रहने वाले हैं और प्रसिद्ध अंतरिक्ष विज्ञानी हैं। 1965 में जन्मी सुनीता का चयन 1998 में नासा ने अंतरिक्ष यात्री के तौर पर किया। वे पहले भी अभियान 14 और 15 की अगुवाई कर चुकी हैं और 195 दिन अंतरिक्ष में रहने वाली पहली महिला हैं।

सुनीता ने फ्लोरिडा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से 1995 में मास्टर डिग्री की। उनके पति माइकल जे. विलियम्स अमेरिकी पुलिस ऑफिसर हैं। कल्पना चावला के बाद सुनीता दूसरी भारतीय महिला हैं जो नासा की ओर से अंतरिक्ष अभियान की अगुवाई कर रही हैं। कल्पना चावला की फरवरी 2003 में अंतरिक्ष से लौटते समय अंतरिक्ष यान क्रैश होने से सभी यात्रियों के साथ मौत हो गईथी।

अंतरिक्ष से ही देंगी वोट
ह्यूस्टन।नासा अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स नवंबर में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में अपना वोट अंतरिक्ष से ही देंगी। सुनीता के अभियान से लौटने के करीब एक सप्ताह पहले ही अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होंगे।12 नवंबर को वह अंतरिक्ष से लौटेंगी, जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव 6 नवंबर को हैं। नासा के खास वोटिंग फ्रॉम स्पेस प्रोग्राम के जरिए वे अपना वोट देंगी।

अंतरिक्ष से ओलंपिक देखने का क्रेज
ह्यूस्टन।खेलों में खास रुचि रखने वाली सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष यात्रा पर रवाना होने से पहले दिए इंटरव्यू में कहा कि जल्द ही शुरू होने वाले लंदन ओलंपिक का मजा वे अंतरिक्ष से ही लेंगी। सुनीता नेवल एकेडमी के दिनों से ही खेलों में काफी रुचि रखती हैं।सुनीता ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र पर सभी देशों के सहयोग की तरह ओलंपिक भी अंतरराष्ट्रीय सहयोग का बहुत बड़ा मंच है।

पशु चिकित्सक बनना चाहती थी सुनीता
ह्यूस्टन।अपनी दूसरी लंबी अंतरिक्ष यात्रा पर निकली 46 वर्षीय सुनीता विलियम्स ने कहा कि अंतरिक्ष यात्री बनना उनके लिए एक संयोगवश ही रहा। अपने स्कूल के दिनों में वे पशु चिकित्सक बनना चाहती थीं। सुनीता की मां एक अस्पताल में एक्स-रे टेक्नीशियन थीं।जानवरों से प्यार करने वाली सुनीता एक वैटरनरी डॉक्टर ही बनना चाहती थीं। अंतरिक्ष यात्रा से जुड़े रिस्क के बारे में उन्होंने कहा कि हर प्रोफेशन के साथ कोई न कोई जोखिम तो होता ही है।

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