जहाँ अंतिम संस्कार के लिए चाहिए चार वीकेंड
शनिवार, 16 फ़रवरी, 2013 को 08:36 IST तक के समाचार
हफ्ते में कई दिन काम करने के बाद आपको कितनी छुट्टियों की ज़रूरत महसूस होती है? और इन छुट्टियों में आप क्या करते हैं?
अफ्रीकी देश गांबिया में हाल ही में हफ्ते में केवल चार दिन काम करने की घोषणा हुई है. जबकि लेकिन घाना में तो मामला इससे भी आगे हैदरअसल घाना में मृतकों के दफनाने या अंतिम संस्कार की प्रक्रिया काफी लंबी चौड़ी होती है. ज़्यादातर लोग शनिवार और रविवार का समय देश के विभन्न हिस्सों में अंतिम संस्कारों में शामिल होने में बिताते हैं. घाना में घरेलू पर्यटन बुहुत हद तक इसी पर निर्भर करता है छुट्टियों में कितने लोग अंतिम संस्कारों में हिस्सा लेने के लिए एक कोने से दूसरे कोने जाते हैं.
देश के कई हिस्सों में शुक्रवार को आमतौर पर लोग मृत व्यक्तियों के शवों को श्मशान घाट से अपने घर ले आते हैं. ये एक ऐसा संस्कार है जिसे महज लंच ब्रेक में नहीं किया जा सकता, बल्कि इसके लिए पूरे दिन की छुट्टी की ज़रूरत होती है.
दूसरे शब्दों में कहें तो लगभग हर सप्ताह के अंतिम दिनों में मृतक संस्कार में शामिल होने के लिए छुट्टी की ज़रूरत पड़ सकती है.
हालांकि मौजूदा समय में शुक्रवार सरकारी दफ्तरों में कार्य दिवस होता है, लेकिन अक्सर देखा गया है कि इस दिन शायद ही कोई काम हो पाता है.
वैसे भी तीन दिन ही होता है काम...
एक तरह से ये बिना लिखा हुआ नियम बन गया है कि सरकारी दफ्तरों में सोमवार से गुरुवार तक ही कार्य दिवस होता है. ऐसे में इसे एक बेहतर सुझाव माना जा रहा है कि शुक्रवार को गैर-कार्य दिवस ही घोषित कर दिया जाए.सोचने की बात ये है कि इससे घाना को एक फ्यूनरल पर्यटन स्थल के तौर पर प्रचारित करने में मदद मिलेगी और इसका लाभ पर्यटकों को लुभाने के लिए किया जा सकेगा.
लेकिन मुझे लगता है कि अगर देश में शुक्रवार को भी छुट्टी घोषित कर दी गई तो हो सकता है कि गुरुवार को भी लोग इस तरह से लेने लगें जैसे कि अभी शुक्रवार को लिया जाता है. यानी लोग गुरुवार से ही गायब रहने लगेंगे.
तो आपको क्या लगता है हफ्तों में कितने दिन काम होना चाहिए.
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