शर्म से ब्रिटेन के पीएम हुए लाल, कब मांगेंगे माफी?
Updated on: Wed, 20 Feb 2013 03:48 PM (IST)अपने एक पूर्वज के किए कृत्य का गुस्सा इंग्लैंड के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन को अभी तक झेलना पड़ रहा है। कल अमृतसर में कैमरन का विरोध किया गया है। ब्रिटिश जनरल डायर ने 94 साल पहले (13 अप्रैल, 1919 को) जलियांवाला बाग में शांतिपूर्ण सभा कर रहे देशभक्त भारतीयों पर गोली चलाने का हुक्म देकर करीब डेढ़ हजार लोगों को मौत की नींद सुला दिया था।
करीब एक सदी होने को है, लेकिन लोगों के दिल में इस नरसंहार की टीस आज भी उठती है। कैमरन बुधवार को अमृतसर आ गए हैं। उनका शहीदी स्थल जलियांवाला बाग में जाने का भी कार्यक्रम है जहां पर वह 30 मिनट रहे और अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए। उनके साथ मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल भी थे। इस नृशंस हत्याकांड के बाद पिछले 94 सालों में यह पहला मौका है, जब ब्रिटेन का कोई प्रधानमंत्री इस शहीदी स्थल पर पहुंच रहा है। कैमरन के दिलो-दिमाग में पता नहीं क्या चल रहा है, लेकिन अमृतसर के बाशिंदों के मन में जनरल डायर के प्रति आज भी वही आक्रोश है। लोगों की यह प्रबल इच्छा है कि कैमरन जनरल डायर के कृत्य के लिए जलियांवाला बाग में खड़े होकर भारतीयों से माफी मांगें। गौरतलब है कि इससे पूर्व 1997 में इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ भी जलियांवाला बाग आई थीं, लेकिन उन्होंने नरसंहार के लिए माफी नहीं मांगी थी। अब डेविड कैमरन माफी मांगते है या नहीं, इस पर पूरे देश की निगाहें लगी हैं।
श्री हरिमंदिर साहिब भी जाएंगे कैमरन
जलियांवाला बाग के अलावा वह करीब साढ़े नौ बजे श्री हरिमंदिर साहिब भी गए। कैमरन के दौरे के मद्देनजर अमृतसर में आठ जिलों की पुलिस तैनात है। सुबह साढे़ पांच बजे से ही जलियांवाला बाग में किसी भी व्यक्ति को दाखिल नहीं होने दिया गया। जालियांवाला बाग के आसपास सभी भवनों पर पुलिस बल तैनात है।
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