प्रकृति को अनुपम वरदान है खंडाला की सुंदरता
आजतक वेब ब्यूरो
| नई दिल्ली, 19 जुलाई 2012 | अपडेटेड: 12:19 IST
‘ऐ क्या बोलती तू, ऐ क्या मैं बोलूं.... ’ आप सभी को आमिर खान की फिल्म ‘गुलाम’ का ये गाना तो जरूर ही याद होगा. इस गाने में आगे की पंक्तियां कुछ इस तरह है...
सुन-
सुना-
आती क्या खंडाला
क्या करूं, आके मैं खंडाला
घूमेंगे, फिरेंगे, नाचेंगे, गायेंगे
ऐश करेंगे और क्या. जी हां बिल्कुल ऐसा ही है महाराष्ट्र का खंडाला हिल स्टेशन. जहां पहुंचकर लोग अपनी थकान और तनाव दोनों ही भूला बैठते हैं और खूब ऐश करते हैं.
खंडाला बेहद ही आकर्षक जगह हैं. 625 मीटर की ऊंचाई पर बसे इस जगह पर पहाड़ों से गिरता झरना मन को सुकून देता है.
खंडाला को प्रकृति की सुंदरता का वरदान मिला हैं. खूबसूरत खंडाला में हर तरफ छाई हरियाली और पहाड़ बरबस ही पर्यटकों को अपनी ओर खिंचता है. पहले खंडाला छत्रपति शिवाजी के मैदानी इलाकों में से एक था. बाद में यह ब्रिटिश सरकार के कब्जे में चला गया.
खंडाला बेहद छोटा सा हिल स्टेशन है पर इस छोटी सी जगह में इतना सौंदर्य बिखरा है कि इस जगह को बार-बार देखने का मन करता है. यह स्थान मुंबई की भीड़-भाड़ से करीब 101 किलोमीटर दूर है. अगर आप हर दिन के काम से बोर हो गए हों तो खंडाला आपके लिए बेहतर जगह है. यहां के खूबसूरत पहाड़ आपकी थकान को पल भर में गायब कर देंगे और कुछ ही देर में मन को शांति मिलने लगती है.
मानसून के समय खंडाला की खूबसूरत अपने पूरे उफान पर होती है जिससे यहां पहुंचे लोगों विस्मृत हुए बगैर नहीं रह पाते. बारिश के दौरान चारों ओर पसरी हरियाली को देखने यहां बड़ी संख्या में सैलानियों का झुंड पहुंच जाता है.
मुंबई से नजदीकी खंडाला को फेवरेट वीकेंड पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित कर चुका है. यहां बाकियों के अलावा बॉलीवुड फिल्मों के कलाकार भी वीकेंड मनाने पहुंचते हैं. यहां तक की कई फिल्म कलाकार यहां आसपास ही अपना वीकएंड रैन-बसेरा भी बना चुके हैं.
खंडाला में क्या देखें-
ड्यूक नोज़
ड्यूक नोज़ एक सीधी खड़ी चट्टान की तरह है. इसका नाम ड्यूक वेलिंगटन के नाम पर रखा गया है क्योंकि उनकी नाक भी इस टीले की तरह ही खड़ी थी. इसे नागफनी के नाम से भी जाना जाता है. ड्यूक नोज़ आईएनएस शिवाजी और कुरवांडे गांव से पहुंचा जा सकता है. यह एक लोकप्रिय रॉक क्लाइम्बिंग स्पॉट भी है.
रेवर्सिंग स्टेशनयह कभी रेलवे की संपत्ति हुआ करती थी लेकिन अब यह वीरान और उजाड़ जगह है. यह रेल मार्ग पर 26 नंबर सुरंग के पास है. यहां से आप समीप ही स्थित खोपोली का नजारा भी देख सकते हैं. यहां रात के वक्त जाएं. इस समय सैकड़ों बिजली के जब चारों ओर दूधिया रोशनी फैलती है तो यहां की रौनक देखने लायक होती है.
भूशी झील
अगर आप प्रकृति की गोद में सुकून का कुछ पल बिताना चाहते हैं तो भूशी झील जरूर जाएं. यहां के शांत और स्वस्थ्य वातावरण में आपको भरपूर सुख मिलेगा.
लोनावालाखंडाला से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है बहुत ही खूबसूरत हिल स्टेशन लोनावाला. अगर खंडाला जा रहे हैं तो इसे देखना न भूलें. खंडाला में कई झीलें हैं, जिससे इसकी खूबसूरती बढ़ जाती है. तुगौली झील, लोनावाला झील और भूशी झील का प्राकृतिक सौंदर्य आप यहां देख सकते हैं. यहां का वाल्वन बांध भी देखने लायक है.
कारला व बेज गुफाखंडाला से 16 किलोमीटर की दूरी पर है कारला और बेज गुफा. यहां पत्थरों को काट कर गुफा बनाई गई है जिसमें दूसरी शताब्दी के खूबसूरत मंदिर देखने को मिलते हैं. पूरे भारत का सबसे खूबसूरत बुद्ध का मंदिर भी यहां आप देख सकते हैं.
अमरूतानजैन प्वाइंट
अमरूतानजैन प्वाइंट यहां आने वाले पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है. पत्थरों को काट कर बनाए गए मंदिर और गुफाएं भी यहां पर आने वाले सैलानियों को अपनी ओर खींचता है.
ट्रेकिंग के लिए है खास-प्रकृति की अविश्वसनीय सुंदरता से अटा पड़ा खंडाला ट्रेकिंग के लिए भी मशहूर है. यहां स्थित ड्यूक नोज़ और कार्ला की पहाड़ियां दो लोकप्रिय रॉक क्लाइम्बिंग स्थल हैं.
खंडाला में कई ट्रैकिंग ट्रायल हैं. खंडाला उन लोगों के लिए बेहद रोमाचंक जगह है, जो साहसिक कार्य करने में रूचि रखते हैं.
कैसे पहुंचे खंडाला-
मुंबई से सड़क मार्ग द्वारा खंडाला 99 किलोमीटर जबकि ट्रेन से इसकी दूरी 123 किलोमीटर है.
मुंबई से पुणे जाते समय कार एवं रेल मार्ग द्वारा खंडाला प्रथम तथा लोनावला द्वितीय पड़ाव पड़ते हैं. दोनों नगरों में पांच किलोमीटर की दूरी है इसलिए कोशिश करें और जब भी खंडाला जाने का कार्यक्रम बनाएं लोनावाला साथ ही घूमें.
खंडाला से नजदीकी हवाई अड्डा पुणे है. यहां उतर कर टैक्सी के जरिए खंडाला पहुंचे. खंडाला मुंबई और पुणे के बीचों बीच बसा है इसलिए आप अगर मुंबई के एयरपोर्ट पर भी आते हैं तो वहां से सीधे खंडाला पहुंच सकते हैं.
सुन-
सुना-
आती क्या खंडाला
क्या करूं, आके मैं खंडाला
घूमेंगे, फिरेंगे, नाचेंगे, गायेंगे
ऐश करेंगे और क्या. जी हां बिल्कुल ऐसा ही है महाराष्ट्र का खंडाला हिल स्टेशन. जहां पहुंचकर लोग अपनी थकान और तनाव दोनों ही भूला बैठते हैं और खूब ऐश करते हैं.
खंडाला बेहद ही आकर्षक जगह हैं. 625 मीटर की ऊंचाई पर बसे इस जगह पर पहाड़ों से गिरता झरना मन को सुकून देता है.
खंडाला को प्रकृति की सुंदरता का वरदान मिला हैं. खूबसूरत खंडाला में हर तरफ छाई हरियाली और पहाड़ बरबस ही पर्यटकों को अपनी ओर खिंचता है. पहले खंडाला छत्रपति शिवाजी के मैदानी इलाकों में से एक था. बाद में यह ब्रिटिश सरकार के कब्जे में चला गया.
खंडाला बेहद छोटा सा हिल स्टेशन है पर इस छोटी सी जगह में इतना सौंदर्य बिखरा है कि इस जगह को बार-बार देखने का मन करता है. यह स्थान मुंबई की भीड़-भाड़ से करीब 101 किलोमीटर दूर है. अगर आप हर दिन के काम से बोर हो गए हों तो खंडाला आपके लिए बेहतर जगह है. यहां के खूबसूरत पहाड़ आपकी थकान को पल भर में गायब कर देंगे और कुछ ही देर में मन को शांति मिलने लगती है.
मानसून के समय खंडाला की खूबसूरत अपने पूरे उफान पर होती है जिससे यहां पहुंचे लोगों विस्मृत हुए बगैर नहीं रह पाते. बारिश के दौरान चारों ओर पसरी हरियाली को देखने यहां बड़ी संख्या में सैलानियों का झुंड पहुंच जाता है.
मुंबई से नजदीकी खंडाला को फेवरेट वीकेंड पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित कर चुका है. यहां बाकियों के अलावा बॉलीवुड फिल्मों के कलाकार भी वीकेंड मनाने पहुंचते हैं. यहां तक की कई फिल्म कलाकार यहां आसपास ही अपना वीकएंड रैन-बसेरा भी बना चुके हैं.
खंडाला में क्या देखें-
ड्यूक नोज़
ड्यूक नोज़ एक सीधी खड़ी चट्टान की तरह है. इसका नाम ड्यूक वेलिंगटन के नाम पर रखा गया है क्योंकि उनकी नाक भी इस टीले की तरह ही खड़ी थी. इसे नागफनी के नाम से भी जाना जाता है. ड्यूक नोज़ आईएनएस शिवाजी और कुरवांडे गांव से पहुंचा जा सकता है. यह एक लोकप्रिय रॉक क्लाइम्बिंग स्पॉट भी है.
रेवर्सिंग स्टेशनयह कभी रेलवे की संपत्ति हुआ करती थी लेकिन अब यह वीरान और उजाड़ जगह है. यह रेल मार्ग पर 26 नंबर सुरंग के पास है. यहां से आप समीप ही स्थित खोपोली का नजारा भी देख सकते हैं. यहां रात के वक्त जाएं. इस समय सैकड़ों बिजली के जब चारों ओर दूधिया रोशनी फैलती है तो यहां की रौनक देखने लायक होती है.
भूशी झील
अगर आप प्रकृति की गोद में सुकून का कुछ पल बिताना चाहते हैं तो भूशी झील जरूर जाएं. यहां के शांत और स्वस्थ्य वातावरण में आपको भरपूर सुख मिलेगा.
लोनावालाखंडाला से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है बहुत ही खूबसूरत हिल स्टेशन लोनावाला. अगर खंडाला जा रहे हैं तो इसे देखना न भूलें. खंडाला में कई झीलें हैं, जिससे इसकी खूबसूरती बढ़ जाती है. तुगौली झील, लोनावाला झील और भूशी झील का प्राकृतिक सौंदर्य आप यहां देख सकते हैं. यहां का वाल्वन बांध भी देखने लायक है.
कारला व बेज गुफाखंडाला से 16 किलोमीटर की दूरी पर है कारला और बेज गुफा. यहां पत्थरों को काट कर गुफा बनाई गई है जिसमें दूसरी शताब्दी के खूबसूरत मंदिर देखने को मिलते हैं. पूरे भारत का सबसे खूबसूरत बुद्ध का मंदिर भी यहां आप देख सकते हैं.
अमरूतानजैन प्वाइंट
अमरूतानजैन प्वाइंट यहां आने वाले पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है. पत्थरों को काट कर बनाए गए मंदिर और गुफाएं भी यहां पर आने वाले सैलानियों को अपनी ओर खींचता है.
ट्रेकिंग के लिए है खास-प्रकृति की अविश्वसनीय सुंदरता से अटा पड़ा खंडाला ट्रेकिंग के लिए भी मशहूर है. यहां स्थित ड्यूक नोज़ और कार्ला की पहाड़ियां दो लोकप्रिय रॉक क्लाइम्बिंग स्थल हैं.
खंडाला में कई ट्रैकिंग ट्रायल हैं. खंडाला उन लोगों के लिए बेहद रोमाचंक जगह है, जो साहसिक कार्य करने में रूचि रखते हैं.
कैसे पहुंचे खंडाला-
मुंबई से सड़क मार्ग द्वारा खंडाला 99 किलोमीटर जबकि ट्रेन से इसकी दूरी 123 किलोमीटर है.
मुंबई से पुणे जाते समय कार एवं रेल मार्ग द्वारा खंडाला प्रथम तथा लोनावला द्वितीय पड़ाव पड़ते हैं. दोनों नगरों में पांच किलोमीटर की दूरी है इसलिए कोशिश करें और जब भी खंडाला जाने का कार्यक्रम बनाएं लोनावाला साथ ही घूमें.
खंडाला से नजदीकी हवाई अड्डा पुणे है. यहां उतर कर टैक्सी के जरिए खंडाला पहुंचे. खंडाला मुंबई और पुणे के बीचों बीच बसा है इसलिए आप अगर मुंबई के एयरपोर्ट पर भी आते हैं तो वहां से सीधे खंडाला पहुंच सकते हैं.
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