*समुद्र
की गहराई तक बहुत ही कम रोशनी जा सकती है इसलिए समुद्र की गहराई में रहने
वाली मछलियों की आंखें बड़ी होती हैं ताकि समुद्र में पहुंचने वाली कम
रोशनी को उनकी आंखें ग्रहण कर सकें। इस प्रकार वे वहां उपलब्ध कम रोशनी का
भी उपयुक्त इस्तेमाल कर सकती हैं।
*ओलम (एक समुद्री जीव) जो पानी की अंधेरी गुफाओं में रहता है, की आंखें प्रत्यावर्तित होती हैं और ये इसकी चमड़ी के नीचे होती हैं।
*ऊंट के पैर बहुत ही मोटे, नर्म और गद्देदार होते हैं। चलते समय यह पैरों के तलवों को फैला लेता है ताकि ये रेत में गहराई में न धंसें।
*दक्षिण अफ्रीका के नामित रेगिस्तान में पाया जाने वाला वेलविटशिया नामक पौधा अपने पूरे जीवनकाल में सिर्फ दो पत्तियां उगाता है। अब तक सबसे बड़ी पत्ती की लंबाई 8 मीटर और चौड़ाई 2 मीटर रही है।
*ग्रीनलैंड की पहाडिय़ों पर पाए जाने वाले एक मैप लिचेन (जंगली पौधा) की आयु 4500 साल हो चुकी है।
*दक्षिण-पूर्वी एशिया में हर साल दस टन तक एल्गी यानी काई खाई जाती है।
*कैलीफोर्निया के सिक्यूओइया पेड़ों को उगाने के लिए आग बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
*कुछ पौधों की नस्लों में नर तथा मादा के प्रजनन अंग एक ही पौधे में मौजूद नहीं होते परंतु इसके अलावा नर तथा मादा पौधे भी होते हैं। गिंगको और हैम्प इस नस्ल के उदाहरण हैं।
*एक पौधे की सारी जड़ों को एक सीध में रख दिया जाए तो ये कई हजार किलोमीटर तक फैल सकती हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.