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ट्रेन हादसा: नहीं हो सकी 18 शवों की शिनाख्त

Updated on: Tue, 31 Jul 2012 03:20 PM (IST)
train accident: 18 body are still not get identified
ट्रेन हादसा: नहीं हो सकी 18 शवों की शिनाख्त
हैदराबाद। आंध्र प्रदेश के नेल्लोर में सोमवार को तमिलनाडु एक्सप्रेस अग्निकांड में मारे गए 32 यात्रियों में से 18 की पहचान अब तक नहीं हो पाई है, जबकि मंगलवार को फोरेसिक दल ने आग की चपेट में आई रेलगाड़ी की एस-11 बोगी का निरीक्षण भी किया है।
लापता यात्रियों के परिजन मान रहे है कि उनके प्रियजन इस दुर्घटना के शिकार बन गए और वे उनकी पहचान के लिए नेल्लोर स्थित दुर्घटना स्थल पहुंच रहे है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि मारे गए 32 लोगों में से केवल 14 की पहचान हो सकी है।
गौरतलब है कि नई दिल्ली-चेन्नई सुपर फास्ट एक्सप्रेस रेलगाड़ी की बोगी एस-11 में सोमवार तड़के नेल्लोर रेलवे स्टेशन के नजदीक आग लग जाने से 32 लोग जलकर मर गए वहीं 27 घायल हो गए थे।
मृतकों के शव नेल्लौर रेलवे स्टेशन से शहर के सरकारी अस्पतालों में भेज दिए गए है। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि परिजनों के पहचानने के लिए शव मंगलवार शाम तक अस्पताल में रखे जाएंगे। इसके बाद उन्हे तमिलनाडु में पेराम्बुर रेलवे अस्पताल में रखा जाएगा। रेलवे अस्पतालों में शवों को संरक्षित रखने के लिए सभी व्यवस्थाएं कर ली गई है।
बताया जाता है कि ज्यादातर शव बुरी तरह से जल गए है, इसलिए उनकी पहचान करने में मुश्किलें हो रही है। अधिकारियों ने परिजनों द्वारा शवों को अपना रिश्तेदार बताने का दावा किए जाने की स्थिति में उनके डीएनए परीक्षण किए जाने की भी तैयारी कर ली गई है।
अब तक जिन 14 शवों की पहचान हुई है, उनमें से छह आंध्र प्रदेश से, पांच चेन्नई से और तीन अमृतसर से है। दुर्घटना में कुछ जीवित बचे लोग व कुछ प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि उन्होंने बोगी में आग की लपटे उठने से पहले विस्फोट की आवाज सुनी थी। फोरेंसिक दल को बोगी में केरोसिन तेल के अवशेष मिले है। हालांकि शॉर्ट सर्किट को ही आग लगने की प्राथमिक वजह बताया जा रहा था।
नेल्लौर में सोमवार रात दुर्घटना स्थल का दौरा कर चुके रेल मंत्री मुकुल राय ने कहा है कि रेलवे सुरक्षा आयुक्त सभी दृष्टिकोणों से इस हादसे की जांच करेगे।

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